बिहार के बेतिया जिले के धनहा थाना क्षेत्र में एक स्थानीय नेता, वीरेंद्र मद्देशिया, पर एक महिला ने बलात्कार, धमकी, और शारीरिक प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाते हुए बुधवार को महिला थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान शुरू किया है, जो फिलहाल फरार चल रहा है।
घटनाक्रम:
पीड़िता के अनुसार, कुछ समय पहले उसके पिता और चाचा के बीच जमीन विवाद हुआ। इस मसले को सुलझाने के लिए वह अपनी मां के साथ नेता वीरेंद्र मद्देशिया के पास गई। नेता ने उन्हें अगले दिन आवेदन लाने को कहा। जब पीड़िता अकेले दूसरे दिन उसके घर पहुंची, तो नेता ने उसे पानी पिलाया, जिसके बाद वह बेहोश हो गई। पीड़िता ने आरोप लगाया कि इस दौरान नेता ने उसके साथ बलात्कार किया और वीडियो बनाकर उसे बाद में ब्लैकमेल करने लगा।
गर्भपात और पारिवारिक दबाव:
इस घटना के बाद पीड़िता गर्भवती हुई, लेकिन नेता ने उसका गर्भपात करा दिया। जब परिजनों को इसकी जानकारी मिली, तो सामाजिक कलंक के डर से उन्होंने उसकी जल्दी शादी कर दी। शादी के बाद पीड़िता के एक बच्चा हुआ, लेकिन आरोपी ने उसके पति को वीडियो दिखाकर उसे घर से निकलवा दिया। पीड़िता फिलहाल अपने मायके में रह रही है।
हालिया धमकी और हमला:
27 फरवरी को, जब पीड़िता अपने बीमार बच्चे के इलाज के लिए धनहा जा रही थी, तो नेता ने उसे फोन कर फिर से अपने पास बुलाया। पीड़िता के इनकार करने और पुलिस में शिकायत करने की धमकी देने पर, नेता अपने समर्थकों के साथ उसके घर पहुंचा और वीडियो वापसी की मांग करते हुए उसकी पिटाई की।
पुलिस की कार्रवाई:
मामले में बगहा एसडीपीओ कुमार देवेंद्र ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है और आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीम लगाई गई है। उन्होंने कहा, “आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। पुलिस मामले की हर कोण से जांच कर रही है।”
न्याय की मांग:
पीड़िता ने थाने में दिए बयान में नेता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और न्याय की गुहार लगाई है। यह मामला एक बार फिर महिलाओं के खिलाफ हिंसा और सत्ता के दुरुपयोग की गंभीरता को उजागर करता है।
नोट: आरोपों की पुष्टि अदालती कार्रवाई पर निर्भर करेगी।